CHAPTER-01 [रासायनिक अभिक्रियाए एवं समी.]
CHAPTER-01 [रासायनिक अभिक्रियाए एवं समी.]
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ToggleCHAPTER-01 PART-01 [NOTES]
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cHAPTER -01
#1:-रासायनिक अभिक्रिया:- वह प्रक्रिया जिसमें नए गुणधर्मों के साथ नए पदार्थ बनते हैं रसायनिक अभिक्रिया कहलाती है जैसे दूध से दही का बनना मैग्निशियम रिबन का जलना आदि
2Mg+o2—-> 2MgO
#2:- अभिकारक:- रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले पदार्थों को अभिकारक कहते हैं
#3:- उत्पाद:– रसायनिक अभिक्रिया में बनने वाले नए पदार्थ को उत्पाद कहते हैं
CHAPTER-01 PRT-02 [NOTES]
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2:- वियोजन अभिक्रिया :- वे रासायनिक अभिक्रिया जिनमे एक अभिकारक दो या दो से अधिक उत्पादों में टूटता है वियोजन अभिक्रिया कहलाती है जैसे :-
2KClO3 ————-> 2KCl + 3O2
3 :- विस्थापन अभिक्रिया :- वे रासायनिक अभिक्रिया जिसमे एक तत्व अभिक्रिया में भाग ले रहे किसी अन्य तत्व को विस्थापित करके उसका स्थान ग्रहण क्र लेता है विस्थापन अभिक्रिया कहलाती है जैसे :-
Fe + CuSO4 ——–> FeSO4 + Cu
Zn + FeSO4 ——–> ZnSO4 +Fe आदि
4:- द्विविस्थापन अभिक्रिया :- वे रासायनिक अभिक्रिया जिसमे अभिक्रिया में भाग ले रहे तत्वों के अयनो की परस्पर अदला बदली हो जाती है द्विविस्थापन अभिक्रिया कहलाती है जैसे :-
Na2SO4 + BaCl2 —————–> BaSO4 + 2NaCl
5:- अपचयन अभिक्रिया :- वे रासायनिक अभिक्रिया जिनमे हाइड्रोजन आयन जुड़ता है या ऑक्सीजन आयन निकलता है अपचयन अभिक्रिया कहलाती है 1
6:- उपचयन अभिक्रिया :- वे रासायनिक अभिक्रिया जिनमे हाइड्रोजन आयन निकलता है या ऑक्सीजन आयन जुड़ता है उपचयन अभिक्रिया कहलाती है 1
नोट :- ये दोनों अभिक्रिया सदैव एक साथ घटित होती है 1
7:- रेडोक्स अभिक्रिया :- वह अभिक्रिया जिसमे अपचयन व उपचयन दोनों अभिक्रिया एक साथ घटित होटी है जैसे :-
CuO + H2 ————> Cu + H2O में Cu का अपचयन और H2 का उपचयंन हुआ है 1
#9:- विक्रत गन्धिता :- वसायुक्त अथवा तेलिय खाध्य सामग्री को कब लम्बे समय तक खुले में रखा जाता है तो इन खाध्य पदार्थो का रंग , गंध और स्वाद परिवर्तित हो जाता है इसे विक्रत गन्धिता कहते है जैसे :- आचार का खराब होना आदि
इन्हें बचाव के लिए इनमे अक्रिय गेसो की मिलावट की जाती है जैसे चिप्स के पैकेटो में नाइट्रोजन गैस भरकर पैक किये जाते है 1
#10:- संक्षारण :- धातुओ में ऑक्सीजन के दुस्प्रभाव को संक्षारण कहते है इसे आम बोलचाल की भाषा में जंग लगना कहते है जैसे लोहे में वायु व् नमी के कारन जंग लगती है ताम्बे में भी इसी प्रकार हरे रंग की जंग लगती है –
इससे बचाव के उपाय :-
1:- धातुओ पर पेंट कर दिया जाता है
2:- किसी एनी धातु की परत चढ़ा दी जाती है जिसे गल्वेनिजेसन कहते है
3:- वायु व नमी से बचा कर रखा जाता है
आदि से किया जा सकता है 1
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